दिनाँक 26 दिसंबर 2020 को व्ही. आई. एस. एम. परिसर में जीवाजी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. ओ. पी. अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में वर्मीकम्पोस्टिंग यूनिट का शुभारम्भ हुआ ।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डी आर डी ओ - ग्वालियर ) के डॉ मुकेश अग्रवाल और डॉ. ओ. पी. अग्रवाल का मानना है कि उनके मार्गदर्शन में पीएच. डी. करनेवाली डॉ प्रज्ञा सिंह वर्मीकम्पोस्टिंग यूनिट का बेहतर संचालन करेंगी ।
वर्मीकम्पोस्टिंग यूनिट का शुभारम्भ करते हुए डॉ. ओ. पी. अग्रवाल ने व्ही आई एस एम समूह को शुभकामनाएँ दीं । अपने उद्बोधन में उन्होंने बताया कि , वर्मीकम्पोस्ट एक उत्तम जैव-उर्वरक है जिसके उपयोग से अच्छी व स्वास्थ्यवर्द्धक फ़सलों की पैदावार सम्भव हो सकेगी जिससे अन्नदाता - किसान तो लाभान्वित होंगे ही साथ ही समाज को केमिकल मुक्त खाद्यान्न प्राप्त हो सकेगा ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे व्ही. आई. एस. एम. समूह के चेयरमैन डॉ. सुनील राठौर के बताया कि इस हेतु महाविद्यालय परिसर में दो इकाइयाँ स्थापित की गईं हैं , पहली में - परिसर में ही संचालित गौशाला से प्राप्त गोबर - गोमूत्र को बेनेफिशियल बैक्टीरिया द्वारा विघटित कर जैव-उर्वरक बनाया जाएगा, वहीं दूसरी यूनिट में - परिसर में संचालित कैन्टीन के गीले व सूखे कचरे और परिसर में लगे वृक्षों के पत्तों को एकत्रित कर यह उर्वरक तैयार होगा ।
समूह निदेशक डॉ प्रज्ञा सिंह ने बताया कि उक्त इकाई में विदेशों से आयातित एपिजेइक केंचुओं का उपयोग किया गया है जो कि जैविक कचरे को बिना मिट्टी के ही विघटित करने में सक्षम है । इस अवसर पर जे. आई. पी. एस. आर. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मनोज गोयल, जे. आई. एन. आर. के उपप्राचार्य श्री विद्याधर चौरसिया व अन्य सम्बन्धित कर्मचारी उपस्थित थे ।