व्हीआईएसएम ग्रुप आफ स्ट्डीज़ ने आज कैलाषवासी श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की 101वीं जन्मतिथि पर उनका पुण्यस्मरण किया। इस अवसर पर आयोजित श्रंद्धाजंली समारोह में मुख्य अतिथि श्रीमती ईमरती देवी पूर्व मंत्री म.प्र. शासन, अध्यक्षत श्री राकेष जादौन पूर्व अध्यक्ष साडा ग्वालियर एवं विषिष्ट अतिथि सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती नंदिनी सिंह झाबुआ रहीं। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्जवलन एवं माॅ सरस्वती के पूजन से हुआ। विषिष्ट अतिथि श्रीमती नंदिनी सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह मेरे लिये गर्व का विषय है कि मैं राजमाता सिंधिया जी के परिवार का हिस्सा हूॅ । राजमाता जी ने ऐसे समय में जब महिलाओं का बाहरी दुनिया से ज्यादा सम्पर्क नहीं हुआ करता था तब न केवल महिलाओं को आगे बढ़ाया बल्कि उनकी प्रगति के लिये स्कूल एवं महाविद्यालय खोले। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें श्री राकेष जादौन ने कै. राजमाता जी के साथ गुजारे गए समय को याद करते हुए कहा कि राजमाता जी का योगदान राष्ट्र एवं समाज के लिये बहुत विषिष्ट रहा है। महारानी से प्रांरभ होकर राजमाता एवं लोकमाता तक का उनका सफर सर्मपण एवं षिक्षा - चिकित्सा के क्षेत्र में किये गए कार्यो का स्वर्णिम इतिहास रहा है। उनके बताये गए रास्तो में से हम किसी एक पर अमल कर ले तो वह उनके प्रति सच्ची श्रृद्धांजली होगी। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती ईमरती देवी ने बताया कि राजमाता जी ने अपना राजनीतिक जीवन तब प्रांरभ किया जब सामान्तः महिलाओं की इस क्षेत्र में उपस्थिति बहुत कम थी। उन्होंने स्कूल काॅलेज और हाॅस्पिटल खोलकर पूरे ग्वालियर चम्बल संभाग को नई पहचान दी । उन्होंने कहा कि मुझे बड़ी प्रंसन्नता है कि व्हीआईएसएम राजमाता जी के सपनो के अनूरूप ही आगे बढ़ रहा है एवं गरीब ग्रामीण क्षे़त्रों में निःषुल्क षिविर का आयोजन कर रहा है । यह राजमाता जी के प्रति बहुत बड़ी श्रृद्धाजंली है। इसके उपरान्त संस्थान के चेयरमैन डाॅ. सुनील राठौर ने कहा कि व्हीआईएसएम का केवल नाम ही राजमाता जी के नाम पर नहीं है बल्कि वह उनके बताऐं रास्ते पर भी चलने को कृत संकल्पित है। हम षिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में लगातार नए प्रतिमान स्थापित कर रहें है। प्रादेशिक स्तर पर छात्र-छात्राओं का चयन हो या निःषुल्क स्वास्थ्य षिविरों का आयोजन हो यह सब हमारी मंशा को स्पष्ट करता है। इन्ही उद्देष्यों को लेकर हमने संस्थान की स्थापना की थी और आज उस पर तेजी से बढ रहें है। यह श्रीमंत राजमाता के प्रति सच्चा प्रेम है, श्रृद्धाजंली है। इस अवसर पर संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह सहित सभी महाविद्यालय एवं व्हीआईएसएम हाॅस्पिटल के पदाधिकारीगण एवं छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहें।