व्हीआईएसएम् ग्रुप ऑफ़ स्टडीज के अंतर्गत संचालित जय इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग एंड रिसर्च में भी आज सारे विश्व के साथ साथ “विश्व टीबी डे” मनाया गया . कार्यक्रम का प्रारम्भ दीप प्रज्वलन एवं माँ सरस्वती के पूजन से हुआ . कार्यक्रम में वक्ता थे नर्सिंग महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. नीरज बंसल एवं व्हीआईएसएम् हॉस्पिटल के डॉक्टर ने अपने उद्बबोधन में बताया कि टीबी का यदि समय पर इलाज न कराया जावे तो वह बीमारी गंभीर रूप धारण कर सकती है .हमारे देश में हर साल लाखो की संख्या में टीबी के मरीज सामने आते है . यह एक संक्रामक बीमारी है ओर थोड़ी से असावधानी से यह जानलेवा बन जाती है . लोगो को इस बीमारी की गंभीरता के प्रति जागरूक करने के मकसद से ही प्रति वर्ष 24 मार्च को विश्व टीबी डे मनाया जाता है . टीबी डे 24मार्च को मनाये जाने के पीछे मुख्य वजह सन 1882 को इसी दिन इस बीमारी के कारणों का ज्ञात होना था .इसकी शुरूवात सन 1982 से हुई है . इस साल विश्व टीबी डे की थीम है , “जी हा हम टीबी को ख़त्म कर सकते है” .विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सन 2030 तक दुनिया से टीबी महामारी के समाप्ति का लक्ष्य रखा है . यह हमारा दायित्व है कि नर्सिंग के विद्यार्थी होने के कारण हम इस बीमारी के समूल समाप्ति के लिए कार्य करे. यह बीमारी हमारे ग्रामीण क्षेत्रो में ज्यादा पाई जाती है अत: हमें ग्रामीण रहवासियों को इसके कारण एवं निदान के बारे में जागरूक करना होगा . बच्चे के जन्म से ही उसके कुपोषण के विरुद्ध जानकारी देनी होगी तभी इसे जड़ से समाप्त किया जा सकता है . नर्सिंग के कुछ छात्र- छात्राओ ने भी इस विषय पर अपने विचार रखे . संस्थान की ग्रुप निदेशक डॉ. प्रज्ञा सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि टीबी बीमारी की समाप्ति हम सभी का उद्देश्य होना चाहिए . हमारे व्हीआईएसएम् हॉस्पिटल ने स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन ग्रामीण क्षेत्रो में ही किया है क्योकि हम जानते है कि बीमारियों के प्रति ग्रामीण लोगो में ज्यादा लापरवाही रहती है एवं वे बीमारी के गंभीर होने तक उसके समुचित इलाज की परवाह नहीं करते. उनका यह रवैया ही आपदा का कारण बन जाता है . उन्होंने आशा व्यक्त कि नर्सिंग छात्र -छात्राओ को इसके प्रति अलख जगाना होगा. स्वस्थ एवं सुरक्षित भविष्य हमारी बाट जोह रहा है. इस अवसर पर संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर एवं नर्सिंग प्राचार्या सहित शेक्षणिक स्टाफ के सदस्य एवं छात्र छात्राए उपस्थित रहे